Renewable Energy Sector- करियर को दें नई ऊंचाई

               भारत ने साल 2015 में जलवायु परिवर्तन को लेकर हुए पेरिस समझौते के बाद से स्वच्छ ऊर्जा संसाधनों की ओर तेजी से कदम बढ़ाए है | इससे इस क्षेत्र में रोजगार के अवसार भी बढ़े |
          
  •  उज्ज्वल है भविष्य 
               इंटरनेशन लेबर आर्गेनाईजेशन का अनुमान है की 2022 तक 175 गीगावॉट ऊर्जा उत्पादन  के लक्ष्य के लिए साल 2022 तक सौर और वायु ऊर्जा के क्षेत्र में 3 लाख से ज्यादा रोजगार पैदा होंगे | इससे सरकारी क्षेत्रो के साथ निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर बनेंगे इलेक्ट्रिक कार से लेकर ग्रीन बिल्डिंगो के निर्माण तक को बढ़ावा मिलने से रोजगार के नए अवसर बनते दिख रहे है |
   
 
  • कौशल विकाश कार्यक्रमों को बढ़ावा 
                इन क्षेत्रों में छात्रों को रोजगार पाने के योग्य बनाने के लिए सरकार ने स्किल कॉउन्सिल फॉर ग्रीन जॉब जैसे संस्थान इस्थापित किए है रोजगार के लिए कौशल की जरुरत के अनुरूप 26 नए टेक्निकल और वोकेशनल एजुकेशनल एंड ट्रैंनिंग कोर्स शुरू किए है इसमें वाटर ट्रीटमेंट प्लांट हेल्पर से लेकर सोलर प्रोजेक्ट मैनेजर और कुकिंग स्टोव इंस्टालर जैसे पद शामिल है सोलर सिटीज प्रोग्राम ग्रीन हाउस गैस के निरीक्षण के लिए उपग्रह प्रक्षेपण व इंडियन नेटवर्क फॉर क्लाइमेट चेंज असेसमेंट जैसे योजनाओ के लागु होने से कुशल पेशेवरों के लिए रोजगार के अवसर बनेंगे | यह समय इस क्षेत्र में कदम बढ़ने के लिए एकदम सही है |  करियर संबंधी एक वेबसइट की जानकारी के अनुसार अकेले सौर ऊर्जा के क्षेत्र में साल 2014 से अब तक सबसे ज़्यदा 76 फीसदी रोजगार की तलाश की गई है| वंही पवन ऊर्जा के क्षेत्र में 28 % रोजगार के अवसर बढ़े है | पेशेवरों की बात करे तो सोलर डिजाइन इंजीनियर की मांग 404 फीसदी तक बढ़ी है वही सोलर प्रोजेक्ट इंजीनियर की मांग 332 % तक बढ़ी है |
  • किन विभागों में मिलेंगे रोजगार 
                 अगले 2  से 4  सालो में अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में होने वाले कंस्ट्रक्शन और इंस्टॉलेशन के काम में सबसे ज्यादा पेशेवरों की जरुरत होगी |अक्षय ऊर्जा विभाग के संचालक में इन विशेषज्ञों की जरुरत होगी | इसी के साथ ऑपरेशन और मेंटिनेंस डिपार्टमेंट को भी निम्न और मध्यम स्तर के पेशेवरों की जरुरत पड़ेगी | इसके लिए तकनीकी और गैर तकनीकी की क्षेत्रो से चयन किया जायेगा |
                  इस समय ट्रांपोर्ट ,एग्रीकल्चर ,कंस्ट्रक्शन ,फॉरेस्ट्री व मैनुफैक्टरिंग डिपार्टमेंट में इन पेशे वरों की सबसे ज्यादा मांग है | इसके अलावा रीसाइक्लिंग ,ग्रीनहाउस गैस प्रदुषण नियंत्रण और जल संरक्षण ,सोलर पीवी ,जैव इर्धन में पेशेवरों की जरुरत है |
  • किन्हें मिनेगा रोजगार 
                इस क्षेत्र में रोजगार सिर्फ विज्ञान के छात्रों के लिए ही नहीं है |यहां  इंजीनियरिंग और कॉमर्स के छात्रों के लिए भी अवसर मौज़ूद है | यहां निशिचत तौर पर जिनके लिए रोजगार मौज़ूद है ,उनके वैज्ञानिक ,शोधार्थी ,प्लम्बर ,एडमिनिस्ट्रेटिव असिस्टेंट ,मशीन सेंटर्स ,मार्केटिंग कंसलटेंट और प्रशिक्षु शामिल है | यह क्षेत्र उन युवाओ की लिए बिलकुल सही है, जो ग्लोबल वार्मिंग , प्राकृतिक बदलावों को लेकर सुधर करना चाहते है और इसके प्रति सचेत भी है |
  • कैसे पाएं प्रवेश 
             इस क्षेत्र में प्रवेश के लिए कई भारतीय शिक्षण संस्थान 12 वीं ,ग्रेजुएशन , पोस्टर गर्डुएशन व शोध के स्तर पर कई पाठ्यक्रमों का संचालन करते है |
  1. इस क्षेत्र में 12 वीं के बाद संबंधित स्ट्रीम में बीटेक स्तर के पाठ्यक्रम कई विश्वविद्यालयो में मौजूद है | विज्ञान वर्ग में 60 फीसदी अंको के साथ 12 वीं पास विद्धार्थी इन कोर्स में प्रवेश ले सकते है | प्रवेश जीईई प्रवेश परीक्षा पास करने और मेरिट के आधार पर मिलता है | इसके अलावा 12 वीं के बाद डिप्लोमा स्तर के कई तरह के पाठ्यक्रम भारतीय संस्थानों में कराए जाते हैं | 
  2. किसी भी विषय से ग्रेजुएट ,इंजीनियरिंग के छात्र इसमें विभिन्न संस्थानों द्वारा संचालित पिजी डिप्लोमा , मास्टर स्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश ले सकते हैं | 
  3. सौर और पवन ऊर्जा के राष्ट्रीय संस्थानों से इस क्षेत्र से संबंधित डिग्री व डिप्लोमाधारक इनके प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों का लाभ उठा सकते हैं | नेशनल इंस्टिट्यूट फॉर सोलर एनर्जी (NISE )संस्थान ,सूर्यमित्रा स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत इलेक्ट्रीशियन ट्रेड में सर्टिफिकेट धारक और अनुभवी उम्मीदवारो को प्रशिक्षण देता है| 
 
                                प्रमुख संस्थान   >>

·                  टेरी स्कूल ऑफ़ एडवांस्ड स्टडीज 
·                  नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ सोलर एनर्जी , हरियाणा 
·                  युनिवेर्सिटी ऑफ़ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज 
·                  सेंटर ऑफ़ एनर्जी स्टडीज ,आई आई टी , नई दिल्ली 
·                  इंस्टिट्यूट ऑफ़ सोलर टेक्नोलॉजी ,पश्चिम बंगाल 
·                  सरदार पटेल रिन्यूएबल एनर्जी रिसर्च इंस्टिट्यूट 
·                  वर्ल्ड इंस्टिट्यूट ऑफ़ सस्टेनेबल एनर्जी,महाराष्ट्र 
·                  नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ विंड एनर्जी ,तमिलनाडु

  • कमाई के बेहतर मौका 
             इस क्षेत्र में कमाई के मौके अकादमिक योग्यता , कौशल और अनुभव पर निर्भर करेंगे | समान योग्यता वाले उम्मीदवारों को इस आधार पर वेतन में अंतर मिल सकता है | इलेक्ट्रिकल और मेकैनिकल इंजीनियरिंग किए छात्रों को शुरुआत में सालाना 3  से 4 लाख रुपये मिल जाते है | प्रोजेक्ट व जनरल मैनेजर का वेतन सालाना 10 से 20 लाख रुपये भी हो सकता है |
                   
                                     2022 तक सौर व पवन ऊर्जा के 
                         क्षेत्र में संभावित रोजगार 
                                                    
                                         कंस्ट्रक्शन एंड कमीशनिंग 
                                         151560    ꘡       3600 
                                           सौर ऊर्जा                            पवन ऊर्जा 
                                                   
                                        डिज़ाइन एंड प्रीकन्सट्रक्शन 
                                          81650      ꘡      660 
                                           सौर ऊर्जा                              पवन ऊर्जा 
                                                 
                                        ऑपरेशंस एंड मेन्टेनेंस 
                                          49147      ꘡   29963 
                                            सौर ऊर्जा                        पवन ऊर्जा  

  






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